मंथन विचारांचे
सागर यादव
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Tuesday, 3 September 2019
तूर्त या मनास
क्षणभर उसंत नाही
व्यग्र ते आनंदाच्या मैफिलीत
दुःखाची छटा त्याच्या मुखी कुठेच नाही
सागर
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