मंथन विचारांचे
सागर यादव
labels
Friday, 5 July 2019
हवेत थेंब पावसाचे
अविरत बरसणारे
तयार होतील हिरवे गालिचे
नयन मोहविणारे
सागर
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
(no title)
(no title)
(no title)